भारत में बनेगा टेस्ला का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट: इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण और निर्यात, मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करना, वाहनों की शुरुआती कीमत 20 लाख रुपये

लेखक: गौतम कुमार | 13 जुलाई 2023 (21:56 IST)
भारत में बनेगा टेस्ला का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

लंबे इंतजार के बाद प्रमुख अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला भारतीय बाजार में अपनी कारों को पेश करने के लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। टेस्ला कारों की शुरुआती कीमत 20 लाख रुपये के आसपास हो सकती है। इसके अलावा, यहां निर्मित कारों को विभिन्न विदेशी बाजारों में निर्यात किए जाने की भी उम्मीद है।

प्रधानमंत्री मोदी और टेस्ला के सीईओ की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से मुलाकात की। इस मुलाकात के माना जा रहा है कि टेस्ला के भारत में प्रवेश का रास्ता साफ हो गया है। ऐसी खबरें हैं कि टेस्ला और भारत सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट कैसे स्थापित किया जाए, इस पर चर्चा लगभग पूरी कर ली है।

मीडिया रिपोर्ट्स से यह भी पता चलता है कि टेस्ला की भारत के लिए एक बड़ी योजना है। और भारत सरकार को लगता है कि यह योजना अच्छी है, खासकर इसलिए क्योंकि इसमें भारत में कारें बनाना और यहां से उनका निर्यात करना शामिल है। यह कदम अमेरिका में मोदी और मस्क के बीच हुई सकारात्मक बातचीत के बाद आया है।

टेस्ला का भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

एलन मस्क की कंपनी टेस्ला भारतीय इलेक्ट्रिक कार बाजार पर छाने के लिए तैयार है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, टेस्ला भारत को एक्सपोर्ट बेस के रूप में उपयोग करने पर भी विचार कर रही है और यहां से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों में कारें भेजने की योजना बना रही है। खबर यह भी है कि टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों को भारतीय बाजार में करीब 20 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया जा सकता है। भारत में भी लोग टेस्ला की कारों को उनके डिजाइन और फीचर्स के कारण पसंद करते हैं और लंबे समय से भारत में इनका इंतजार किया जा रहा है।

टेस्ला की भारतीय व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय से बातचीत

टेस्ला और भारत सरकार की महत्वपूर्ण बातचीत चल रही है और उम्मीद है कि इस बार सभी के लिए समान अवसर बनाए रखते हुए एक अच्छा समझौता किया जाएगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो इससे प्रधानमंत्री मोदी की मेक इन इंडिया योजना को मदद मिल सकती है। इस योजना ने Apple जैसी अन्य देशों की बड़ी कंपनियों को भारत में अपने उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित किया है। इससे भारत को वस्तुओं के विनिर्माण और निर्यात का एक प्रमुख केंद्र बनने में मदद मिलती है।

चीन के बाद फोकस में है भारत

टेस्ला के लिए चीन एक महत्वपूर्ण बाजार है और अब अमेरिकी कंपनियों की नजर भारतीय बाजार पर है। हाल के वर्षों में अमेरिका और चीन के बीच तनाव के बीच टेस्ला भारत को एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देखता है और इसे इंडो-पैसिफिक देशों के लिए निर्यात आधार के रूप में उपयोग करना चाहता है।

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